2020 दिल्ली चुनाव में अचानक से एक नाम सबकी ज़ुबा पर चढ़ गया। वो नाम था रवि नेगी का। ये वही पहाड़ी युवा राजनेता था जिसने फैसले वाले दिन AAP सरकार की नींदे उड़ा दी थीं। हल्द्वानी निवासी इस युवा नेता रवि नेगी ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का गला सुखा दिया था। काउंटिंग शुरू होने से 11वें राउंड तक रवि नेगी केजरीवाल के बाद पार्टी में नंबर दो की हैसियत न रखने वाले सिसौदिया से आगे चल रहे थे। हालांकि मतगणना फाइनल होने पर उन्हें तीन हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस हार ने भी रवि नेगी की जीत की इबारत लिख दी। रवि नेगी अब बीजेपी जैसी पार्टी के फेवरेट युवा नेताओं की फेहरिस्त में सबसे ऊपर पहुंच चुके हैं।
रवि नेगी का पहाड़ से है सीधा नाता
20 अगस्त 1977 को दिल्ली के वेस्ट विनोद नगर में जन्मे रवि नेगी मूल रूप से ग्राम सीमदाड़मी पट्टी जैंती सालम जिला अल्मोड़ा के निवासी है। उनके पिता प्रताप सिंह नेगी गृह मंत्रालय से सेवारत थे जो अब रिटायर हो चुके हैं। देवलचौड़ बंदोबस्ती में रहने वाले रवि के बड़े भाई हरीश नेगी कंस्ट्रक्शन कारोबार से जुड़े हैं। हरीश ने बताया कि लंबे समय तक दिल्ली में रहने के बावजूद परिवार ने पहाड़ और गांव से नाता बरकरार रखा। शादी और अन्य निमंत्रण से लेकर पूजा-पाठ में भी घर के लोग जरूर शामिल होते हैं।
रविन्द्र सिंह नेगी (रवि नेगी) का राजनीतिक सफर
साल 2000 में रवि नेगी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।हालाकि 1999 से साल 2000 तक अखिल भारतीय परिषद से भी जुड़े रहे।साल 2007 से लेकर 2010 तक रवि नेगी मयूर विहार ज़िला में युवा मोर्चा उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद साल 2010 से लेकर 2014 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा (दिल्ली प्रदेश) में उपाध्यक्ष के पद की जिम्मदारी निभाई । रवि के इसी जज्बे को देखते हुए उन्हें एमसीडी के चुनाव के दौरान विनोद नगर वॉर्ड 10 ई से निगम पार्षद का उम्मीदवार बनाया लेकिन किन्ही कारणों से नामांकन रद्द हो गया। लेकिन रवि नेगी ने इस झटके उलट खुद को और मज़बूत किया और पार्टी के भरोसे के चेहरे बन गए। और उन्हें वॉर्ड 10 ई वेस्ट विनोद नगर का मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया।यही नहीं रवि नेगी को बीजेपी ने लोकसभा चुनावों की भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई जिसे उन्होंने बखूभी निभाया।


रवि नेगी ने मनीष सिसोदिया की उड़ा दी नींद
बीजेपी ने रवि की मेहनत और जज्बे को देखते हुए उन्हें ने पहली बार विधानसभा का टिकट दिया था। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र (Patparganj Assembly Seat) से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ बीजेपी ने अपने भरोसेमंद युवा चेहरे रविंद्र सिंह नेगी (Ravindra Singh Negi) को उतारा। शुरुआत में बीजेपी के इस दांव को हर कोई फीका मान रहा था लेकिन जिस दिल्ली चुनाव का फैसला आया उस दिन हर किसी ने रवि नेगी की हौसले का लोहा मान लिया। फैसले वाले दिन हर राउंड के बाद कौन जीतेगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल था। मुकाबला अंतिम राउंड तक जा कर फाइनल हुआ। मनीष सिसोदिया ने तीन हजार से ज्यादा मतों के अंतर से रविंद्र सिंह नेगी को हराया। नेगी को 66 हजार 261 वोट मिले तो मनीष सिसोदिया को 69 हजार 652 वोट मिले। पहले 10 राउंड की वोटिंग में बीजेपी प्रत्याशी रविंद्र सिंह नेगी ने मनीष सिसोदिया की सांसें अटकाई रखीं।पहले 10 राउंड की गिनती में मनीष सिसोदिया बीजेपी प्रत्याशी रवि से पिछड़ते रहे। लेकिन हार के बावजूद रवि नेगी ने बीजेपी में अपनी पैंठ और भी गहरी कर ली। आज रवि नेगी को प्रधानमंत्री मोदी का साथ हासिल है। और वो आगे की रणनीति के लिए अभी से जुट चुके हैं।

